बढ़ती उम्र और लिंग की कमजोरी, जानें क्या है रिश्ता
डॉ. हर्षित कुकरेजा MBBS, सर्टिफिकेट इन सेक्सोलॉजी (ISSM) Ex-डॉक्टर: दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल, दिल्ली
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परिचय
बढ़ती उम्र का पुरुषों के सेक्स लाइफ पर असर होना स्वाभाविक है। उम्र बढ़ने के साथ शरीर में ऐसे बदलाव होने लगते हैं जिससे एक अच्छा यौन स्वास्थ्य बनाये रखने में परेशानी आती है। पर क्या गुप्त रोग खासकर लिंग की कमजोरी होने का कारण सिर्फ बढ़ती उम्र ही है या कुछ और भी वजहें इसके लिए जिम्मेदार हैं? आज के ब्लॉग में हम इसी विषय पर विस्तार से चर्चा करेंगे कि लिंग की कमजोरी और उम्र में क्या सम्बन्ध है, कैसी जीवनशैली अपनाकर इससे बचा जा सकता है और राज़ App इसके इलाज में कैसे आपकी मदद कर सकता है।
लिंग की कमजोरी क्या होती है?
लिंग की कमजोरी यानी स्तंभन दोष (Erectile Dysfunction) ऐसा गुप्त रोग है जिसमें सेक्स के दौरान लिंग में पर्याप्त इरेक्शन पाने और बनाये रखने या दोनों में ही परेशानी होती है। ऐसा आमतौर पर लिंग में खून का बहाव अच्छी तरह न होने से होता है। हर आयु वर्ग के पुरुषों को लिंग की कमजोरी की समस्या हो सकती है। लगभग 4 में से 1 पुरुष जीवन में कभी न कभी लिंग की कमजोरी की समस्या से गुजरता है। लिंग की कमजोरी के कारण पुरुष सेक्स लाइफ एन्जॉय नहीं कर पाते, उनमें तनाव, चिंता और शर्मिंदगी का भाव रहता है और रिलेशनशिप में दिक्कते आने लगती हैं। इसकी वजह से बच्चे करने में भी परेशानी हो सकती है।
लिंग की कमजोरी का उम्र के साथ संबंध
यह एक बहुत ही आम धारणा है कि लिंग की कमजोरी की समस्या सिर्फ ज्यादा उम्र के पुरुषों में ही होती है पर वास्तव में ऐसा नहीं है। लिंग की कमजोरी की समस्या के लिए सिर्फ उम्र ही जिम्मेदार नहीं है। ऐसे कई शारीरिक और मानसिक कारण हैं जिसकी वजह से ऐसा हो सकता है और सभी आयु वर्ग के वयस्क पुरुष इससे पीड़ित हो सकते हैं। उम्र के हर पड़ाव पर पुरुष अलग-अलग परिस्थितियों से गुजरते हैं जिसका प्रभाव उनके सेक्स लाइफ पर भी पड़ता है। आइये आगे इसपर विस्तार से चर्चा करते हैं।
22 से 35 आयु वर्ग
इस उम्र में पुरुषों का स्वास्थ्य आमतौर पर अच्छा रहता है। वे ज्यादा एक्टिव भी रहते हैं। पर करियर की चिंता, काम का स्ट्रेस और रिलेशनशिप प्रॉब्लम्स उनके मानसिक स्वास्थ्य पर असर डाल सकता है। कई पुरुषों को ड्रग्स, नशा, शराब या स्मोकिंग की लत लग जाती है जिससे उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों पर असर पड़ता है। इन सभी कारणों से लिंग की कमजोरी की समस्या हो सकती है और सेक्स ड्राइव में कमी भी आ सकती है।
35 से 50 आयु वर्ग
इस उम्र में पुरुषों को जॉब के साथ साथ बच्चे और परिवार मैनेज करने को लेकर तनाव रहता है। इसके साथ ही शरीर में कई बदलाव होने लगते हैं। उनमें जेनेटिक्स या खास तरह की लाइफस्टाइल जैसे शराब या स्मोकिंग की लत की वजह से डायबिटीज, थायराइड, मोटापा, हाइपरटेंशन और कोलेस्ट्रॉल की समस्या होने लगती है और एथेरोस्क्लेरोसिस (Atherosclerosis) होने की सम्भावना बढ़ जाती है। इसकी वजह से धमनियां कठोर और सँकरी हो जाती हैं जिससे शरीर में खून के बहाव में बाधा पहुँचती है और लिंग को इरेक्शन प्राप्त करने और बनाए रखने के लिए पर्याप्त खून नहीं मिल पाता। शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का लेवल भी घटने लगता है जिससे सेक्स ड्राइव में कमी आती है। कई पुरुषों को पेरीफेरल न्यूरोपैथी (Peripheral neuropathy) की भी समस्या हो सकती है। इसकी वजह से नसों का सुन्न पड़ जाना, उनमें कमजोरी और दर्द का अनुभव होने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। ये सभी शारीरिक और मानसिक कारण लिंग की कमजोरी का कारण बन सकते हैं।
50+ आयु वर्ग
इस आयु वर्ग में पुरुषों के शरीर में भारी बदलाव होते हैं। उनका शरीर प्राकृतिक रूप से कमजोर होने लगता है। शरीर में टेस्टोस्टेरोन का लेवल बहुत कम हो जाता है। इसके साथ ही अगर डायबिटीज, हाइपरटेंशन , ह्रदय रोग और थायराइड जैसी जीवन भर चलने वाली बीमारियाँ हों तो शरीर पर उनका प्रभाव और ज्यादा बढ़ जाता है। कई पुरुष में एक्सीडेंट या सर्जरी की वजह से रीढ़ की हड्डी या पेल्विक रीजन प्रभावित हो जाता है। इस उम्र में पुरुषों को पेरोनी रोग (Peyronie's disease) और पार्किंसंस (Parkinson's disease) होने की भी सम्भावना बढ़ जाती है। ये सभी कारण शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं जिसकी वजह से लिंग की कमजोरी हो सकती है।
लिंग की कमजोरी का इलाज
लिंग की कमजोरी का इलाज पूरी तरह से संभव है। आप चाहे किसी की आयु वर्ग के पुरुष हों अगर आपको लिंग की कमजोरी की समस्या होने पर घबराये नहीं, अभी राज़ App के हेल्पलाइन नंबर 955 955 2013 पर कॉल या व्हाट्सप्प कर एक्सपर्ट सेक्सोलॉजिस्ट्स से मुफ्त में परामर्श करें। राज़ App पर एक्सपर्ट डॉक्टर आपकी स्थिति की पूरी तरह जांच कर खास आपके लिए दवाइयों का कोर्स तय करते हैं। दवा शुरू होने के 2 हफ्ते के अंदर ही ही आपको अपनी स्थिति में सुधार दिखने लगता है। पर ध्यान रहे, डॉक्टर द्वारा बताई गयी दवाइयों का सही डोज लेने से ही इलाज पूरी तरह सफल हो पाता है और आपकी लिंग की कमजोरी की समस्या दूर हो पाती है।
डॉक्टर दवाइयों के साथ खानपान और जीवनशैली में भी आगे बातये गए कुछ जरूरी बदलाव करने की भी सलाह दे सकते हैं :
खानपान में बदलाव
ओमेगा-3 फैटी एसिड (Omega-3 Fatty Acids): सैल्मन, अखरोट और अलसी जैसी वसायुक्त मछली में पाए जाने वाले ओमेगा-3 फैटी एसिड में सूजन-रोधी गुण होते हैं और रक्त वाहिकाओं को फैलने में मदद करते हैं। वे जननांग क्षेत्र में यानि लिंग तक खून के बहाव को बढ़ा सकते हैं और लिंग की कमजोरी दूर करने में मदद कर सकते हैं।
एल-आर्जिनिन (L-Arginine): यह एक प्रकार का अमीनो एसिड है जो शरीर को नाइट्रिक ऑक्साइड (Nitric Oxide) का उत्पादन करने में मदद करता है जिससे रक्त वाहिकाओं को आराम मिलता है और लिंग में खून के बहाव में सुधार होता है। चूँकि ख़ान-पान से कई बार एल-आर्जिनिन की पूर्ति नहीं हो पाती है, इसलिए राज़ ऐप पर डॉक्टर Vitaman (वाइटामैन) लेने की सलाह देते हैं। इसे आप अपनी लोकल फार्मेसी से ख़रीद सकते हैं या डिस्काउंट पर लेने के लिए हेल्पलाइन नंबर 955 955 2013 पर कॉल या व्हाट्सप्प कर इसे सीधा अपने घर मँगा सकते हैं।
एंटीऑक्सीडेंट (Antioxidants): रंगीन फल और सब्जियां, जैसे कि जामुन, खट्टे फल, पालक और शिमला मिर्च, एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से लड़ते हैं। रक्त वाहिकाओं में ऑक्सीडेटिव डैमेज को कम करके, एंटीऑक्सिडेंट लिंग तक रक्त संचार को बनाए रखने में योगदान दे सकते हैं।
जिंक (Zinc): टेस्टोस्टेरोन उत्पादन और अच्छे प्रजनन स्वास्थ्य के लिए जिंक बहुत आवश्यक तत्त्व है। जिंक से भरपूर खाद्य पदार्थों में लीन मीट (कम वसा युक्त मांस), ड्राई फ्रूट्स, बीज और साबुत अनाज शामिल हैं।
विटामिन डी (Vitamin D): विटामिन डी स्वस्थ रक्त वाहिका फंक्शन और टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बनाए रखने में भूमिका निभाता है। वसायुक्त मछली, फोर्टिफाइड डेयरी उत्पाद और सूरज की रोशनी विटामिन डी के उत्कृष्ट स्रोत हैं।
फाइबर (Fibre): साबुत अनाज, फलियां और फलों से मिलने वाले फाइबर से भरपूर आहार खून में शुगर लेवल को नियंत्रित करने और स्वस्थ वजन बनाए रखने में मदद कर सकता है, जिससे लिंग की कमजोरी बढ़ाने वाली समस्याओं का खतरा कम हो जाता है।
जीवनशैली में बदलाव
फिटनेस पर ध्यान दें : प्रतिदिन कम से कम आधा घंटा एक्सरसाइज करें। अपने एक्सरसाइज में में ब्रिस्क वॉक (Brisk Walk), साइकिलिंग, रनिंग या तैराकी शामिल कर सकते हैं हैं। एक फिटनेस एक्सपर्ट की देख रेख में ही अपने लिए एक्सरसाइज का चुनाव करें। अगर आपका वजन ज्यादा है तो इसे घटाने का प्रयास करें। साथ ही अपना BMI 25 के नीचे रखने की कोशिश करें।
धूम्रपान और शराब का सेवन कम करें : धूमपान और शराब का सेवन कम करें। अगर डायबिटीज, हृदय रोग का किसी अन्य लम्बी बीमारी से जूझ रहे हैं तो इसे पूरी तरह बंद करने का प्रयास करें।
प्रोसेस्ड फ़ूड न खाएं :प्रोसेस्ड फ़ूड में में अक्सर ज्यादा मात्रा में वसा, चीनी और सोडियम पाया जाता है। ये मोटापा, मधुमेह और हृदय संबंधी समस्याओं का कारण बन सकते हैं और लिंग की कमजोरी के खतरे को बढ़ा सकते हैं।
अच्छी नींद लें : अच्छी नींद लेने से मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहता है और लिंग की कमजोरी की सम्भावना कम होती है।
निष्कर्ष
लिंग की कमजोरी की समस्या के लिए बढ़ती उम्र ही सबसे बड़ा कारण नहीं है। कम उम्र के पुरुषों में भी यह किसी बीमारी, जीवनशैली या खानपान की वजह से हो सकता है। इसके इलाज के लिए डॉक्टर से परामर्श करना सबसे अच्छा उपाय है। अगर आपको लिंग की कमजोरी की समस्या है तो अभी राज़ App पर 955 955 2013 पर कॉल या व्हाट्सप्प कर एक्सपर्ट सेक्सोलॉजिस्ट्स से परामर्श करें और घर बैठे अपनी समस्या से छुटकारा पाएं।